35 साल से जिंदा रखे है फिराक गोरखपुरी की यादों को
( के सी श्रीवास्तव )
तेजी से भागते इस समय में कोई अपने लोगों को याद नहीं रखता। ऐसे में आगरा के के सी श्रीवास्तव मशहूर शायर फिराक गोरखपुरी की याद में 1983 से ऑल इंडिया मुशायरा करा रहे है। ये एक ऐसा मुशायरा है, जिंसमे देश के नामचीन शायर और गीतकारों को आमन्त्रित किया। 1991 के बाद से तो में उनके कार्यक्रम कवरेज करता रहा हूँ । मुझे केसी भाई ने सौभाग्य प्रदान किया मशहूर गीतकार हसरत जयपुरी, मजरूह सुल्तानपुरी, कैफ़ी आज़मी सहित अनेक आने शायरों के इंटरव्यू लेने का। 1991 से अमर उजाला और 2000 से दैनिक जागरण के लिये कवरेज किये। मजरूह सुल्तानपुरी सन 2005 में आये थे ओर इस मुशायरे में शिरकत की।
ऐसा बहुत कम होता है कि कोई संस्था इतने साल तक लगातार चले, हर साल कोई कार्यक्रम कराये। मगर के सी भाई अपने संकल्प से कभी न विचलित हुए, न थके , न ही निराश हुए। इस समर्पण को किसी ने अहमियत नहीं दी। पिछले दिनों उनकी इस लगनशीलता को सलाम किया गया। उन्हें कारवां ए अदब संस्था ने सुलहकुल अवार्ड प्रदान कर सम्मान किया। उन्हें सम्मान स्वरूप करीब साढ़े पाँच लाख की कार प्रदान की गई। मुझे बहुत गर्व हुआ । यह बड़ा सम्मान था, फिर भी यदि तराजू में तोला जाए तो ये सम्मान उनके लिए बहुत हल्का था। में भी उनके जज्बे को नमन करते हुए दीर्घजीवन की कामना करता हूँ। साथ ही केसी भाई के सम्मान में अहम भूमिका निभाने वाले भाई अमीर अहमद को भी इस नेक काम के लिए बधाई देता हूँ।