बच्चों में बच्चे बन गए थे प्रसिद्ध वैज्ञानिक प्रो यशपाल
आज विख्यात वैज्ञानिक पदम् विभूषण प्रो यशपाल का जन्मदिन है उन्होंने इस देश को।जो दिया है, उसे भुलाया नहीं जा सकता।
प्रोफेसर साहब से मेरी मुलाकात करीब 15 वर्ष पूर्व बल्केश्वर के सेंट एंड्रूज स्कूल में हुई। मैंने वहां उनका इंटरव्यू लिया था। उन्होंने उस समय भारत मे हो रही वैज्ञानिक तरक्की के बारे में विस्तार से बताया। वहीं उनका कहना था कि।नई पीढ़ी के प्रति वे बहुत आशान्वित हैं। कार्यक्रम के दौरान भी उन्होंने छोटे विद्यार्थियों के साथ अपनापन दिखाया। उनसे प्रश्न किये व उनके प्रश्नों के जवाब भी दिए। उन्होंने गणित की कठिनाइयों के सरल तरीके भी बताए। इतना महान व्यक्तित्व इतना सरल और सहज होगा। कोई सोच नहीं सकता था। मैं उन्हें श्रद्धा पूर्वक नमन करता हूँ।
यह चित्र प्रो यशपाल जी से बात करते हुए है।साथ मे भाई सेंट एन्ड्रूज स्कूल के स्वामी डॉ गिरधर शर्मा और पत्रकार भाई राम कुमार शर्मा हैं।
किरणों के अध्ययन में अपने योगदान के लिए यशपाल जी ने 1949 में पंजाब विश्वविद्यालय से भौतिकी में मास्टर्स की हासिल की थी।
उन्होंने 1958 में मासाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से पीएचडी की डिग्री हासिल की थी। विज्ञान और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में अपने योगदान के लिए 1976 में वह पद्म भूषण से नवाजे गए थे।लोक प्रशासन, शिक्षा और प्रबंधन में उत्कृष्ट काम के लिए अक्टूबर 2011 में उन्हें लाल बहादुर राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।